लखनऊ. अगर आप निकट भविष्य में उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में आवास विकास परिषद की प्रॉपर्टी खरीदने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है. उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद (UP Avas Vikas Parisad) तीन साल बाद राजधानी लखनऊ के साथ ही अन्य 6 बड़े शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतों (UP Property rates) में वृद्धि करने जा रही है. परिषद गाजियाबाद, कानपुर, मेरठ, आगरा, प्रयागराज और वाराणसी में भी जमीन की कीमत बढ़ाने जा रही है. प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ाने का प्रस्ताव तीन साल पहले पास हो गया था, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते परिषद को अपना फैसला स्थगित करना पड़ा था. अब आवास विकास परिषद ने अपनी संपत्तियों की कीमत 20 फीसदी तक बढ़ाने की तैयारी कर ली है.
खबर है कि यूपी आवास विकास परिषद ने अपनी संपत्तियों की कीमत में तकरीबन 20 फीसदी बढ़ोतरी करने की तैयारी कर ली है. परिषद के एक अधिकारी के मुताबिक सभी योजनाओं के मैनेजर, सुप्रीटेंडेट इंजीनियर्स से प्रस्ताव मांगे गए हैं. मार्च के आखिरी तक कीमतों तय कर दी जाएंगी. आचार संहिता खत्म होने के बाद होने वाली बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव रखकर एक अप्रैल से नई दरें लागू कर दी जाएंगी.
लखनऊ की इन तीन योजनाओं पर असर
लखनऊ में आवास विकास परिषद की अवध विहार योजना, वृंदावन योजना, आम्रपाली योजना की कीमतें बढ़ाने की तैयारी है. इनमें व्यावसायिक भूखंड, हाउसिंग, आवासीय भूखंड और मकान भी हैं. इनकी कीमतें 20 फीसदी तक बढ़ाने से परिषद को फायदा होगा.
इस बार बढ़ानी ही होगी कीमतें
यूपी आवास विकास परिषद के वित्त नियंत्रक धर्मेंद्र वर्मा कहते हैं कि परिषद ने तीन वर्षों यानी 2019 से कीमतें नहीं बढ़ाई हैं. इस बार कीमतें बढाई जाएंगी. नई दरें एक अप्रैल से लागू होंगी. संपत्ति प्रबंधकों, अधीक्षण अभियंता प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं. उनकी रिपोर्ट मिलने के बाद कीमतें तय कर दी जाएंगी.